राजस्थान में सांप्रदायिक दंगों का दाग: राजस्थान में तुष्टिकरण बनाम धुव्रीकरण (Appeasement and polarization) की राजनीति दिन प्रतिदिन गरमाती जा रही है. विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की आबोहवा जहरीली होती जा रही है. विकास का नारा गुम सा हो गया है. भीड़ में शांति, प्रेम और भाईचारे की जगह आक्रामकता दिखाई दे रही है. बीजेपी और कांग्रेस (Congress and BJP) में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेजी पकड़ रहा है.
Posted from: this blog via Microsoft Power Automate.
No comments:
Post a Comment