आईसीएमआर से जुड़े डॉ. अरुण शर्मा कहते हैं कि यह कोई पहली वैक्सीन नहीं है जिसमें बूस्टर डोज की जरूरत पड़ रही है. कई ऐसी वैक्सीन हैं जैसे मीजल्स की वैक्सीन आदि जो जीवन में एक ही बार बचपन में लगती है, और उसकी बूस्टर डोज भी लगाई जाती है. बच्चों के टीकाकरण में ऐसी कई बूस्टर डोज शामिल हैं. इसी तरह कोरोना को लेकर शरीर में इम्यूनिटी को बरकरार रखने के लिए भी बूस्टर डोज की जरूरत महसूस की गई है.
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