झारखंडी अखड़ा की महासचिव वंदना टेटे ने बताया कि 'प्यारा केरकेट्टा फाउंडेशन' ने झारखंड के तीन प्रमुख आदिवासी नायकों - जयपाल सिंह मुंडा, जुलियुस तिग्गा और हन्ना बोदरा - के नाम पर 'आदिवासी साहित्य पुरस्कार' इस साल से शुरू किया है. इसके अंतर्गत अरुणाचल प्रदेश के तांग्सा आदिवासी रेमोन लोंग्कू की कृति ‘कोंग्कोंग-फांग्फांग’ (कहानी संग्रह), महाराष्ट्र के भील आदिवासी सुनील गायकवाड़ की रचना ‘डकैत देवसिंग भील के बच्चे’ (आत्मकथात्मक उपन्यास) और ‘धरती के अनाम योद्धा’ (कविता संग्रह) के लिए दिल्ली की उरांव आदिवासी कवयित्री उज्जवला ज्योति तिग्गा को मरणोपरांत पुरस्कार और सम्मान प्रदान किए जाएंगे.
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